जिसे जानने तक नहीं दिया पल भर भी मुझे और उसे बनाने बोल रहा हैं सब अपना... जिसे जानने तक नहीं दिया पल भर भी मुझे और उसे बनाने बोल रहा हैं सब अपना...
तों बिन चक्की के घूरे आटा कैसे निकल सकता हैं.... तों बिन चक्की के घूरे आटा कैसे निकल सकता हैं....
वो सतरंगी पल ना दिखा कहीं, जो था बचपन के बचपना की ओर। वो सतरंगी पल ना दिखा कहीं, जो था बचपन के बचपना की ओर।
बिनु हरि भजे न मैल मिटेगा बिनु गुरु ज्ञान न तमस मिटेगा. ईश्वर की शरण ही सभी समस्याओं का हल बिनु हरि भजे न मैल मिटेगा बिनु गुरु ज्ञान न तमस मिटेगा. ईश्वर की शरण ही सभी सम...
स्वछंद उन्मुक्त फिजाओं मे पक्षी विचरें हरित तरुवर झूमेंगे अपनी मस्ती में। स्वछंद उन्मुक्त फिजाओं मे पक्षी विचरें हरित तरुवर झूमेंगे अपनी मस्ती में।
आओ !! प्रिय उस लोक में विचरण कर आएँ जहाँ मिले थे मनु- श्रद्धा, अपलक निहार आएँ। आओ !! प्रिय उस लोक में विचरण कर आएँ जहाँ मिले थे मनु- श्रद्धा, अपलक निहार आएँ...